शनिवार, 1 जून 2013

                             शातिर हसीना

साउथ की मशहूर अदाकारा ने जिस्म को बनाया तरक्की का जरिया। एक साल में देश को लगा चुकी है कई सौ करोड़ का चूना। उसकी मादक अदाओं पर लिव-इन पार्टनर भी झाड़ता था रोब। लाल बत्ती लगी गाड़ी में बैठकर खुद को बताता था आईएएस। आलीशान कारों का जखीरा और 81 महंगी घड़ियां बरामद। कौन है यह अय्याश अभिनेत्री? क्या है उसके फरेब का फन?


एक हसीना, तो दूसरा शैतान! एक हीरोइन, तो दूसरा ठगी का कप्तान! एक के पास दिलकश अंदाज, तो दूसरा सबसे बड़ा दगाबाज़! बस फिर क्या था मिल बैठे दो यार और बन गई जोड़ी 420! इनके चक्कर में जो भी आया, बर्बाद ही हुआ! बात हो रही है साउथ की हीरोइन लीना मारिया और उसके बॉयफ्रेंड बालाजी उर्फ चंद्रशेखर रेड्डी की। फाइव स्टार में रहना बालाजी का शौक था, तो करोड़ों की गाड़ियों में घूमना लीना का शौक! यही शौक दोनों को करीब ले आई, क्योंकि शौक बड़ी चीज है... और बड़ी चीजें दोनों बुरी चीजों से पूरी कर रहे थे। एक छलावा, तो दूसरी मायाजाल। एक फरेबी, तो दूसरी धोखेबाज। एक अपनी बातों से लूट लेता, तो दूसरी अपनी अदाओं से। दोनों ने दिमाग और हुस्न का ऐसा खतरनाक कॉकटेल तैयार किया कि लोग अपनी मर्जी से इनकी झोली में करोड़ों डालते चले गए। दोनों ने मिलकर आधे साउथ इंडिया के न मालूम कितने अमीरों को गरीबी के मुहाने पर पहुंचा दिया।

पुलिस के मुताबिक बेंगलुरु में बालाजी के खिलाफ जालसाजी और ठगी के कई मामले दर्ज हैं। वह सरकारी अधिकारी बनकर कई लोगों को अपने जाल में फंसाकर उन्हें लूट चुका है। बालाजी बड़े ही शातिराना तरीके से लोगों को अपना शिकार बनाता था। आईएएस या बड़ा सरकारी अफसर बनकर  लोगों से मिलता और फिर किसी सरकारी प्लान का सपना दिखाकर उसे एक बैंक अकाउंट नंबर देता। जब उसका शिकार उस बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर देता, तो वह अकाउंट से पैसे निकालकर वहां से रफ्फूचक्कर हो जाता। एक बार जेल भी जा चुका है, लेकिन तब भी बालाजी नहीं सुधरा। बस अपना ठिकाना बदल लेता। चेन्नई में बालाजी की मुलाकात दुबई से आई लीना मारिया पॉल से हुई। महंगी गाड़ियों में घूमना, महंगे कपड़े पहनना और फाइव स्टार रहन-सहन जल्दी ही मारिया को बालाजी के करीब ले आई। दोनों में प्यार हो गया। चेन्नई में मारिया को बालाजी की मदद से कई फिल्मों में हीरोइन का लीड रोल मिला और वह देखते ही देखते टॉलीवुड में मशहूर हो गई। साथ वक्त गुजारने के दौरान ही मारिया को पता चला कि बालाजी की सारी कमाई का जरिया धोखाधड़ी है। फर्राटेदार अंग्रेजी बोलने वाला बालाजी खुद को आईएएस अफसर बताकर नए-नए प्रोजेक्ट पास कराने को लेकर आम बिजनेसमैन से पैसे लेता या फिर बैंक से लोन। पैसा हाथ आते ही वह गायब हो जाता। बाद में इस काम के लिए उसने मारिया को अपना पार्टनर बना लिया और उसकी मदद से चेन्नई की केनरा बैंक से 19 करोड़ 47 लाख की जालसाजी की और चेन्नई छोड़कर दोनों दिल्ली आ गए।

लीना मारिया पॉल (25) मूलत: कोच्चि केरल की रहने वाली है और बीडीएस से स्नातक है यानी दांतों का डॉक्टर बनने की पढ़ाई पूरी कर रखी है। लीना के पिता इंजीनियर हैं और पूरे परिवार के साथ दुबई में ही रहते हैं। लीना दुबई में ही पली-बढ़ी और 2011 में शिक्षा पूरी करने के बाद चेन्नई आ गई। यहां  हुस्न और जिस्म की बदौलत पहले मॉडलिंग शुरू की, फिर बालाजी ने उसे हीरोइन बनवा दिया। इसके बाद तो खूबसूरत जिस्म को जरिया बनाकर वह कामयाबी की बुलंदी छूने लगी। मलयालम और तमिल के कई बड़े बैनरों की फिल्मों में उसे अच्छा पैसा मिला। ‘थाउजैंड्स इन गोवा’, ‘कोबरा’ और ‘रेड चिलीज’ उसकी प्रमुख फिल्में हैं। मलयालम कॉमेडी फिल्म ‘हसबैंड्स इव गोवा’ भी हिट रही है। साउथ में उसके चाहने वालों की एक बड़ी तादाद है। वहां हिट होने के बाद लीना ने हिंदी फिल्मों में किस्मत आजमाना शुरू किया। बॉलीवुड स्टार जॉन अब्राहम की प्रोडक्शन कंपनी की एक हिंदी ़फिल्म ‘मद्रास कैफे’ में लीना को साइन कर लिया गया। यह फिल्म शीघ्र ही रिजीज होने वाली है, लेकिन इसके बाद लीना की किस्मत ने साथ नहीं दिया। अपने महंगे शौक पूरे करने के लिए उसने बालाजी के माध्यम से ‘समझौता’ करना शुरू कर दिया।

बेंगलुरु निवासी बालाजी रंगीनमिजाज और अपराधी प्रवृति का बताया जाता है। लोगों को ठगना उसका पेशा रहा है। लाखों की काली कमाई करने के लिए खुद को आईएएस अधिकारी बताता था। कई बार किसी बड़े अधिकारी को प्रभावित करने के लिए खुद को कभी तमिलनाडु के मुख्यमंत्री करुणानिधि का पोता बताता, तो कभी पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पुत्र निखिल गौड़ा का नजदीकी दोस्त। लीना ने भी अपनी महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए बालाजी के साथ मिलकर ठगी करनी शुरू कर दी। वह बकरा तलाशता और लीना उसका शिकार कर लेती। ईश्वर ने हुश्न और जिस्म दिया ही है। उसकी एक अदा पर लाखों रुपये निछावर करने वालों की कमी नहीं है। कभी मुंबई, कभी चेन्नई, तो कभी दिल्ली में दोनों की रात रंगीन होने लगी। फिल्म अभिनेत्री से लीना ‘लेडी नटवार लाल’ बन गई।

सूत्रों के मुताबिक, बालाजी और लीना अब लाखों से करोड़ों कमाने के चक्कर में थे। योजना के तहत बालाजी ने चेन्नई के एक फाइव स्टार होटल में केनारा बैंक के एक बड़े अधिकारी से मुलाकात की। उसके साथ अदाकारा लीना भी थी। उसे देखकर अधिकारी के मुंह में पानी आ गया। बालाजी ने उससे खुद को आईएस अफसर बताया   था। लीना हीरोइन थी, उन दोनों से अधिकारी को प्रभावित होते देर नहीं लगी। उसी समय अगली मीटिंग कहां और कब होनी है, तय हो गई। बालाजी ने मौके का लाभ उठाते हुए जाली दस्तावेज के आधार पर एक फर्म खोलने का बड़ा प्रोजेक्ट पेश कर दिया और केनरा बैंक के उस अधिकारी से 30 करोड़ों रुपये लोन देने की गुजारिश की। इस मिशन में लीना ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। जहां, जब और जैसे जरूरत पड़ी, उसे बैंक के बड़े अधिकारियों के पास जाने में गुरेज नहीं रहा। नतीजतन केनरा बैंक ने अगले सप्ताह ही 19 करोड़ 47 लाख रुपये का लोन बालाजी के नाम पास कर दिया। इससे पहले लीना और बालाजी मिलकर कुछ अन्य लोगों को भी कई करोड़ का चूना लगा चुके हैं। ऐसे में अब चेन्नई में ज्यादा दिन रहना उनके लिए खतरे से खाली नहीं था। दोनों दिल्ली भाग आए। भूल गए कि कानून के हाथ बहुत लंबे होते हैं। जुर्म करने वाला कभी नहीं बचता। चेन्नई केनरा बैंक को इस बीच पता चला कि बालाजी कोई आईएएस अफसर नहीं बल्कि एक जालसाज है। लीना के साथ मिलकर उसने बैंक को ठगा है, तो अधिकारी सन्न रह गए। 12 मार्च 2013 को लीना और बालाजी उर्फ चंद्रशेखर रेड्डी के खिलाफ चेन्नई थाना कोतवाली में धारा 420 (धोखाधड़ी), 120 बी (आपराधिक साजिश) और 406 (विश्वासघात) के तहत मामला दर्ज करा दिया गया। पुलिस दो महीने तक बालाजी और लीना की तलाश करती रही। इस बीच इसी मामले में एक बैंक मैनेजर को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की गई, तो फरेब का रहस्य और गहराने लगा। मई, 2013 के प्रथम सप्ताह में पता चला कि लीना अपने बॉयफ्रेंड के साथ दिल्ली के एक फार्म हाउस में छिपकर रह रही है। चेन्नई पुलिस ने दिल्ली के पुलिस आयुक्त नीरज कुमार से संपर्क किया। उन्होंने डीसीपी (साउथ) भोला शंकर जायसवाल को मामले में कार्रवाई करने का आदेश दिया। मामला बड़ा और करोड़ों के घोटाले से जुड़ा था, इसलिए क्राइम ब्रांच के तेज-तर्रार अफसरों की एक टीम बनाई गई।

27 मई की शाम क्राइम ब्रांच की टीम को पता चला कि लीना साउथ दिल्ली के असोला स्थित खारी फार्महाउस में रहती है। बालाजी भी वहीं मौजूद है। पुलिस ने रात में ही फार्म हाउस पर छापा मारा, लेकिन लीना वहां नहीं थी। पता चला कि वह अपनी अगली पार्टी के लिए वसंत विहार के एक शॉपिंग मॉल में शॉपिंग करने गई है। इस बीच डीसीपी के मुताबिक, बालाजी पुलिस को देखते ही अपनी लैंड क्रूजर कार से फरार हो गया। उसकी गाड़ी पर महाराष्ट्र के रजिस्ट्रेशन नंबर की प्लेट लगी थी। फार्महाउस असोला गांव के महेंद्र सिंह का है। आरोपियों ने साढ़े चार लाख रुपये महीने के किराए पर लिया हुआ था। दोनों यहां करीब एक महीने से नौ लग्जरी गाड़ियों के बेड़े के साथ रह रहे थे। फार्म हाउस के अंदर खड़ी आधा दर्जन से ज्यादा लग्ज़री गाड़ियों को देखकर पुलिस की आंखें फटी की फटी रह गर्इं। आधा दर्जन बाउंसर भी वहां तैनात थे। चार निजी सुरक्षार्मियों को गिरफ्तार कर उनके पास से चार हथियार बरामद किए गए हैं, जिनका हरियाणा और जम्मू से लिया गया अखिल भारतीय लाइसेंस था, लेकिन दिल्ली लाइसेंसिंग शाखा से अनुमोदित नहीं था। फतेहपुर बेरी थाना पुलिस शस्त्र अधिनियम के तहत यह मामला दर्ज कर जांच कर रही है। इसके बाद पुलिस ने वसंत विहार के एक शॉपिंग मॉल से लीना को गिरफ्तार कर लिया।

डीसीपी जायसवाल के मुताबिक, बालाजी के खिलाफ चेन्नई में चीटिंग के दो मामले दर्ज हैं। केनरा बैंक से 19 करोड़ रुपये की चीटिंग की गई है। दूसरे केस में बालाजी ने खुद को आईएएस अफसर बताकर लीना की मदद से कुछ लोगों के साथ 76 लाख रु पये ठग लिए हैं। दोनों मामलों में चेन्नई पुलिस की सेंट्रल क्र ाइम ब्रांच उनकी तलाश कर रही थी, जबकि वे 12 मई से फार्म हाउस में छिपे हुए थे। चेन्नई पुलिस 29 मई को ट्रांजिट रिमांड पर लीना को चेन्नई ले गई। बालाजी की तलाश की जा रही है। दोनों आरोपियों के खिलाफ चेन्नई में एक सौ ठगी के मामले दर्ज हैं। यहां दिल्ली में लीना जिस फार्म हाउस में रह रही थी, वहां से 9 महंगी कारें लैंड क्रूजर, लैंड रोवर, बीएमडब्ल्यू, रॉल्स रॉयस, हमर, एस्टन मार्टिन, जीटीआर, आॅडी और 81 महंगी कलाई घड़ियां भी बरामद हुई हैं। ये महंगी कारें करोड़ों की हैं। पुलिस अब यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिर इतनी महंगी गाड़ियों का मालिक कौन है? लीना के पास कहां से आई? कुछ गाड़ियों पर लाल बत्ती और राज्यसभा का स्टिकर भी लगा हुआ है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि कहीं लाल बत्ती और स्टिकर का मिसयूज तो नहीं हो रहा था या फिर वह गाड़ी सचमुच किसी सांसद की है?

अय्याशी देखकर पुलिस भी हैरान
टॉप मॉडल और एक्ट्रेस लीना पॉल की हरकतों से पता चलता है कि उसका बस चलता, तो वह ताजमहल खरीद लेती। लीना और उसके लिव इन पार्टनर बालाजी उर्फ चंद्रशेखर रेड्डी की कहानी बंटी और बबली से एकदम मिलती-जुलती है। दोनों ने 20 करोड़ रु पये से भी ज्यादा की रकम बैंकों व अन्य लोगों से ठग लिए। इनकी अय्याशी देखकर पुलिस अधिकारी भी अचंभित रह गए। दरअसल, जब भी किसी को ठगना होता था तो खुद को आईएएस बताने वाला बालाजी लीना की सुंदरता और अपनी वाकपटुता का इस्तेमाल करता था। बालाजी लोगों से खुद को आईएएस अधिकारी बताता था और लालबत्ती लगी गाड़ी से चलता था। कई पुलिसकर्मी उसे सलाम करते थे। इतना ही नहीं, कई लोगों को वह खुद का परिचय मंत्री टीआर बालू और करुणाकर रेड्डी के पुत्र के रूप में   देता था। झूठ के बल पर वह बाकायदा हवाई प्रोजेक्ट तैयार करता था और लोगों से उस प्रोजेक्ट में पैसे लगवाता। लीना उसके हर मामले में साथ देती थी। बालाजी ने बंगलुरु  में अपने मकान मालिक से भी एक करोड़ रुपये ठगे हैं। इनके पास से जो महंगी विदेशी कारें बरामद हुई हैं, उनका प्रयोग भी ये लोगों को ठगने में ही करते थे।
-जितेन्द्र बच्चन

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